इंजन क्या है, इंजन कितने प्रकार के होते है? | Engine In Hindi, Types Of Engine In Hindi

0

जितने भी वाहन, यंत्र या मशीन्स इंधन से चलते है उनमे Engine महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, आप इस इंजन को उन इंधन से चलने वाले यंत्रो का दिल भी कह सकते है। तो दोस्तों इस पोस्ट में हम Engine के बारे में जानेंगे जैसे की, इंजन क्या है, इंजन कितने प्रकार के होते है? What is engine in hindi, इंजन की परिभाषा Definition, पार्ट्स के नाम, Diagram और भी कुछ जानकारी।

इंजन किसे कहते हैं, engine kya hai, engine kitne prakar ke hote hain, types of engine in hindi, what is engine in hindi, इंजन के प्रकार, engine ke prakar, engine in hindi, इंजन की परिभाषा, engine kya hota hai, इंजन क्या है, इंजन क्या होता है, इंजन कितने प्रकार के होते, इंजन क्या होता है, engine definition in hindi, engine meaning in hindi, ic engine in hindi,

(toc)

इंजन क्या है? - What Is Engine In Hindi

जिस यंत्र या मशीन की सहायता से किसी भी प्रकार की ऊर्जा का यांत्रिक ऊर्जा में रूपांतरण होता है उसे इंजन कहा जाता है। याने यह इंजन एक मशीन है जिसे ऊर्जा के एक या अधिक रूपों को जैसे रासायनिक ऊर्जा, विद्युत ऊर्जा, गतिज ऊर्जा या ऊष्मीय ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

इंजनो में यांत्रिक ऊष्मा इंजनों का विशेष महत्व है, यह विभिन्न ऊष्मागतिकीय प्रक्रियाओं (Thermodynamic Process) के माध्यम से ऊष्मा को कार्य में परिवर्तित करते हैं। एक उदाहरण देखे तो, वाहन चलाने के लिए उपयोग किए जाने वाले इंजन विभिन्न प्रकार के ईंधन पर चल सकते हैं जैसे पेट्रोल, डीज़ल और गैसोलीन।

उपलब्ध ऊर्जा स्रोतों में ऊष्मा ऊर्जा, रासायनिक ऊर्जा, विद्युत क्षमता, संभावित ऊर्जा (Potential Energy), और परमाणु ऊर्जा शामिल हैं। इनमें से कई प्रक्रियाएँ ऊष्मा को एक मध्यवर्ती ऊर्जा के रूप में उत्पन्न करती हैं, इसलिए आज भी ऊष्मा इंजनों का विशेष महत्व है।

इंजन की परिभाषा - Engine Definition In Hindi

इंजन यह एक ऐसी मशीन है जो ऊर्जा के विभिन्न रूपों को यांत्रिक ऊर्जा, यांत्रिक बल और गति में परिवर्तित करने का कार्य करती है।

इंजन या मोटर उस यंत्र या मशीन को कहते है, जिसकी मदद से किसी भी प्रकार की ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा, बल और गति में रूपांतरण किया जा सकता है।

4 Stroke Engine Cycle - IC Engine Cycle

4-Stroke Engine आन्तरिक दहन इंजन (Internal Combustion Engine) के आंतरिक दहन चक्र के चार चरणों को दर्शाने वाला एनिमेशन:

1. Induction (Fuel Enters), 2. Compression, 3. Ignition (Fuel Is Burnt), 4. Emission (Exhaust Out)

2 stroke engine cycle, engine cycles, 4 stroke engine cycle, engine cycle, diesel engine cycle, otto cycle, engine cycle thermodynamics,
ZephyrisCC BY-SA 3.0, via Wikimedia Commons

Parts Of IC Engine - इंजन पार्ट्स नाम

  • Spark Plug
  • Piston
  • Piston Rings
  • Cylinder
  • Cylinder block
  • Combustion chamber
  • Connecting rods
  • Crank
  • Crankshaft
  • Cams
  • Camshaft
  • Inlet & Exhaust valves
  • Inlet & Exhaust manifold
  • Flywheel
  • Seals

parts of engine, parts of ic engine, engine diagram, ic engine diagram, si engine diagram, what is engine, engine definition, types of engine, ci engine, इंजन पार्ट्स नाम,

इंजन के प्रकार - Types Of Engine In Hindi

अभी तक हमने इंजन के बारे में जाना, अब आपके मन में इंजन कितने प्रकार के होते है? यह सवाल आया होंगा। इंजन मुख्य रूप से दो प्रकार के होते है एक बाह्य दहन इंजन और दूसरा आंतरिक दहन इंजन, परन्तु हमने आज के आधुनिक इंजनों को भी इसके साथ निम्नलिखित किया है:

  • आंतरिक दहन इंजन (Internal Combustion Engine)
  • बाह्य दहन इंजन (External Combustion Engine)
  • इलेक्ट्रिक इंजन (Electric Engine)
  • हाइब्रिड इंजन (Hybrid Engine)

1. आंतरिक दहन इंजन - Internal Combustion Engine

यह Internal combustion engine (ICE) एक प्रकार का हीट इंजन है, इस इंजन के अंदरूनी दहन कक्ष में किसी तेल, पेट्रोल, डीज़ल या किसी गैस को जलाकर ऊष्मा निर्माण की जाती हैं इसलिए इस इंजन को आंतरिक दहन इंजन कहा जाता है।

आंतरिक दहन इंजन में दहन(combustion) द्वारा उत्पादित उच्च तापमान और उच्च दबाव गैसों का विस्तार इंजन के कुछ घटकों पर प्रत्यक्ष बल लागू करता है, और यह बल आमतौर पर पिस्टन, टर्बाइन ब्लेड, रोटर, या नोजल पर लागू होता है।

इस Internal combustion engine का उदाहरण देखे तो, जनरेटर, मोटरकार, मोटरसाइकिल, जहाज, हवाई जहाज, ट्रेन, इत्यादि में इस प्रकार के इंजन का उपयोग होता है।

2. बाह्य दहन इंजन - External Combustion Engine

External combustion engine याने बाह्य दहन इंजन वे इंजन होते हैं जिनमें इंजन के बाहर अलग पात्र में ईंधन जलाया जाता है। इस इंजन का फेमस उदाहरण भाप इंजन (steam engine) है, जिसमे इंजन से अलग बायलर में पानी से भाप बनती है जो सिलिंडर में जाकर पिस्टन को चलाती है।

यह बाह्य दहन इंजन एक Reciprocating heat engine है, आज इस इंजन का उपयोग बड़ी मात्रा में बिजली उत्पन्न करने के लिए किया जाता है, और कोई भी कोयला या परमाणु संचालित बिजली संयंत्र भाप इंजन द्वारा संचालित होता है।

Steam Engine, Steam Turbine, Stirling Engine यह कुछ बाह्य दहन इंजन (EC engine) के उदाहरण है।

3. इलेक्ट्रिक इंजन - Electric Engine

यह इलेक्ट्रिक इंजन एक प्रकार की विद्युत मशीन है, जिसके माध्यम से विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में रूपांतरित किया जाता है। आज आपको इलेक्ट्रिक वाहन में इलेक्ट्रिक इंजन दिखाई देता है, इसके इलेक्ट्रिक मोटर को पावर देने के लिए एक बड़े ट्रैक्शन बैटरी पैक का उपयोग किया जाता है।

अधिकांश इलेक्ट्रिक इंजन मोटर के शाफ्ट पर लगाए गए टॉर्क के रूप में बल उत्पन्न करने के लिए, वायर वाइंडिंग में मोटर के चुंबकीय क्षेत्र और विद्युत प्रवाह के बीच इंटरैक्शन के माध्यम से संचालित होते हैं।

4. हाइब्रिड इंजन - Hybrid Engine

Hybrid engine (Internal combustion engine + electric engine): हाइब्रिड इलेक्ट्रिक इंजन या वाहन एक आंतरिक दहन इंजन और एक या एक से अधिक इलेक्ट्रिक मोटर्स द्वारा संचालित होते हैं, जो बैटरी में संग्रहीत ऊर्जा का उपयोग करते हैं।

हाइब्रिड इंजन की बैटरी चार्ज करने के लिए हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन को प्लग इन नहीं किया जा सकता है। इसके बजाय, बैटरी को पुनर्योजी ब्रेकिंग और आंतरिक दहन इंजन द्वारा चार्ज किया जाता है।

Types Of IC Engine In Hindi

Internal Combustion इंजन का उपयोग ऑटोमोबाइल की दुनिया में बहुत ज्यादा किया जाता है, इन IC Engine के विभिन्न प्रकार होते हैं और उनका वर्गीकरण विभिन्न आधारों पर निर्भर करता है, इन सभी Automobile Engine के प्रकार निचे दिए है:

1. डिजाइन के आधार पर IC Engine के प्रकार

Rotary Engine: यह रोटरी इंजन एक प्रारंभिक प्रकार का आंतरिक दहन इंजन है, इसमें क्रैंक शाफ्ट स्थिर रहता है और सिलिण्डर ब्लॉक इसके चारो ओर घूमता है। इसका उपयोग विमानचालन (Aviation) में होता था, हालांकि कुछ शुरुआती मोटरसाइकिलों और ऑटोमोबाइल में, इसकी प्राथमिक विमानचालन भूमिका से पहले भी इसका उपयोग देखा गया था।

Reciprocating Engine: इस रेसिप्रोकेटिंग इंजन को पिस्टन इंजन भी कहा जाता है। इसमे एक या अधिक पिस्टन होते हैं और यह पिस्टन सिलेंडर के भीतर प्रत्यागामी गति करते है। इन पिस्टन की प्रत्यागामी गति (reciprocating motion) के कारण इसे प्रत्यागामी इंजन (Reciprocating engine) कहा जाता है। 2-Stroke और 4-Stroke engines यह कुछ रेसिप्रोकेटिंग इंजन के उदाहरण है।

2. Strokes के आधार पर इंजन के प्रकार

2-Stroke Engine: इस इंजन में पिस्टन दो बार गति करता है, यानी एक TDC से BDC तक और दूसरा BDC से TDC तक पावर स्ट्रोक उत्पन्न करने के लिए पिस्टन दो बार स्ट्रोक करता है, इसलिए इसे टू स्ट्रोक इंजन कहते है।

4-Stroke Engine: इस इंजन में पावर स्ट्रोक के एक चक्र में पिस्टन चार बार गति करता है इसलिए इसे फोर-स्ट्रोक इंजन कहा जाता है। यानि इस इंजन में पिस्टन चार बार गति करता है 2 ऊपर की तरफ बीडीसी से टीडीसी तक और 2 नीचे की तरफ टीडीसी से बीडीसी तक।

Hot Spot Ignition Engine: इस हॉट स्पॉट इग्निशन इंजन प्रकार का इंजन व्यावहारिक या प्रायौगिक उपयोग में नहीं है। इस इंजन के दहन कक्ष के अंदर अन-वांटेड अति तापित क्षेत्र होता है जो नाटकीय रूप से इंजन की कुशलता और कार्यक्षमता पर परिणाम करता है।

3. इंधन के आधार पर IC Engine के प्रकार

निचे दिए गए Internal combustion इंजन के प्रकार, उपयोग किए गए इंधन याने Fuel के आधार पर वर्गीकृत किये जाते है:

  • Electric Engine
  • Petrol Engine (Gasoline engine)
  • Diesel Engine
  • Gas Engine

4. Cycle of operation के आधार पर इंजन के प्रकार

  • Diesel Cycle Engine
  • Dual Cycle Engine/Semi Diesel Cycle Engine
  • Otto Cycle Engine

5. Ignition के आधार पर Internal combustion engine के प्रकार

Compression Ignition Engine (CI Engine): डीजल इंजन यह कंप्रेशन इग्निशन इंजन का उदाहरण हैं, इस इंजन में सिलेंडर हेड पर कोई स्पार्क प्लग नहीं होता है, इसमे compressed हवा की गर्मी से डीजल इंधन का दहन शुरू होता है।

Spark Ignition Engine (SI Engine): इस स्पार्क इग्निशन इंजन के हेड पर स्पार्क प्लग लगा होता है, यह स्पार्क प्लग इंधन के संपीड़न के बाद स्पार्क उत्पन्न करता है, जिससे combustion के लिए इंधन मिश्रण प्रज्वलित होता है। गैसोलीन इंजन, गैस इंजन या पेट्रोल इंजन यह SI Engine के उदाहरण है।

6. Cylinders संख्या के आधार पर इंजन के प्रकार

  • Single Cylinder Engine
  • Double Cylinder Engine
  • Multi Cylinder Engine

7. सिलिंडरों की व्यवस्था के आधार पर engine के प्रकार

  • In line Cylinder Engine
  • Opposed Cylinder Engine
  • Horizontal Engine
  • Radial Engine
  • V-Engine
  • V-8 Engine

8. Valve व्यवस्था के आधार पर प्रकार

  • F-Head Engine
  • I-Head Engine
  • L-Head Engine
  • T-Head Engine

9. Cooling System के आधार पर

Water Cooled Engines: जिस इंजन को ठंडा करने के लिए पानी का उपयोग किया जाता है उसे वाटर कूल्ड इंजन कहा जाता है। जो वाटर कूल्ड ऑटोमोबाइल इंजन होते हैं वह रेडिएटर्स से सुसज्जित होते हैं, इस Water cooled engines का उपयोग कार, बस, छोटे और बड़े ट्रक, इत्यादी वाहनों में किया जाता है।

Air Cooled Engines: जिस इंजन को ठंडा करने के लिए एयर का उपयोग किया जाता है, उसे एयर कूल्ड इंजन कहा जाता है। यह एयर-कूल्ड इंजन आमतौर पर मोटरसाइकिल और स्कूटर में उपयोग किए जाते हैं।

10. Application के आधार पर IC Engine के प्रकार

  • Aircraft Engine
  • Marine Engine
  • Stationary Engine
  • Automotive Engine
  • Locomotive Engine

11. Fuel Injection Method के आधार पर

  • Air Injection Engine
  • Airless / Solid Injection Engine
  • Carburetor Engine

12. Governing Method के आधार पर

  • Hit & Miss Governed Engine
  • Qualitatively Governed Engine
  • Quantitatively Governed Engine

13. Speed के आधार पर IC Engine के प्रकार

  • High Speed Engine
  • Low Speed Engine
  • Medium Speed Engine

यह भी पढ़े:
1. Turbocharger क्या है? कार्य और प्रकार
2. सभी Bearing की जानकारी और प्रकार
3. Coupling क्या है? कपलिंग के कार्य और प्रकार

SI, CI, IC Engine Full Form

SI engine full form: Spark Ignition Engine

CI engine full form: Compression Ignition Engine

IC engine full form: Internal Combustion Engine

FAQs For Engine In Hindi

IC और CI इंजन में क्या अंतर है?

IC इंजन का अर्थ आंतरिक दहन इंजन (Internal combustion engine) होता है, जिसके अंदरूनी दहन कक्ष में इंधन को जलाकर ऊष्मा निर्माण की जाती हैं, और CI इंजन का अर्थ संपीड़न इग्निशन (Compression ignition engine) होता है, जिसमे स्पार्क प्लग नहीं होता है, इसमे कंप्रेस्ड हवा की गर्मी से इंधन का दहन शुरू होता है।

पिस्टन किसे कहते हैं?

पिस्टन यह एक सिलेंड्रिकल इंजन कॉम्पोनेन्ट है, जो दहन प्रक्रिया के दौरान उत्पादित बल द्वारा सिलेंडर बोर में आगे और पीछे गति करता है। इसका उद्देश्य सिलेंडर में विस्तारित गैस के बल को एक पिस्टन रॉड या कनेक्टिंग रॉड के माध्यम से क्रैंकशाफ्ट में स्थानांतरित करना है।

चार सिलेंडर वाला इंजन कैसे काम करता है?

यह 4 सिलेंडर इंजन आंतरिक दहन इंजन की तरह काम करता है, इसके इनटेक वाल्व के माध्यम से हवा और गैस का मिश्रण सिलेंडरों में प्रवेश करता है, और सिलेंडरों के अंदर पिस्टन इस हवा या गैस मिश्रण को संपीड़ित करता हैं और स्पार्क प्लग इसे प्रज्वलित करता हैं जिससे दहन शुरू होता है।

तो दोस्तों आशा करते है की आपको Engine के बारे में जैसे की इंजन क्या है, इंजन कितने प्रकार के होते है, what is engine in hindi, इंजन की परिभाषा definition, Parts of engine, इंजन पार्ट्स नाम, diagram, इत्यादी की जानकारी सही से मिली होंगी, यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो हमें कॉमेंट्स करके बताये और यह पोस्ट अपने दोस्तों में जरुर शेअर करे।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.
Post a Comment (0)