ISO Certification Process In India: आईएसओ एक गैर-सरकारी संगठन है जो व्यवसायों द्वारा प्रदान की जाने वाली उत्पाद और सेवाओं की गुणवत्ता, सुरक्षा और शक्ति के संदर्भ में मानक देता है। याने iso एक स्वतंत्र संगठन के रूप में माना जाता है जो व्यवसायों द्वारा प्रदान की जाने वाली उत्पादों और सेवाओं की गुणवत्ता, सुरक्षा और दक्षता के मामले में मानक प्रदान करता है।
व्यवसाय के बीच बढ़ती प्रतियोगिता के साथ बने रहने के लिए वस्तुओं और सेवाओं को उच्च गुणवत्ता प्रदान करना आवश्यक हो जाता है। आईएसओ प्रमाणन का महत्व यह है कि यह आपके व्यवसाय की विश्वसनीयता के साथ-साथ व्यवसाय की समग्र दक्षता में भी सुधार करता है। इसलिए हमने यहाँ आपके लिए ISO Certification Process की जानकरी दी है जो सभी लिए बहुत उपयोगी हो सकती है।
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ISO Certification Process In India - आईएसओ प्रमाणन प्रक्रिया
1. Choose ISO Certification Type
विभिन्न प्रकार के आईएसओ मानक उपलब्ध हैं जिसमे से आपको सबसे पहले आईएसओ मानक का प्रकार चुनना होगा जो आपके व्यवसाय के लिए आवश्यक है।
- ISO 9001:2015 - Quality Management Systems
- ISO 14001:2015 - Environmental Management Systems
- ISO 22000:2005 - Food Safety Management Systems
- ISO 27001:2013 - Information Security Management System etc.
- ISO 20000-1 - IT Service Management System
- ISO 50001 - Energy Management
- ISO 29990 - Learning Services for Non-formal Education & Training
2. Choose ISO Certification Body
मानक का चयन करने के बाद आपको उस प्रमाणीकरण का चयन करना होगा जहां से आपको आईएसओ प्रमाणन प्राप्त होता है, क्योंकि आईएसओ स्वयं कंपनियों को प्रमाणन प्रदान नहीं करता है। यह बहुत महत्वपूर्ण है कि आपको एक वैध और अधिकृत प्रमाणन निकाय चुनना है।
आईएसओ सर्टिफिकेशन बॉडी चुनने के चरण: आईएसओ प्रमाणन सेवा प्रदाताओं का मूल्यांकन करें और जाँच करें कि क्या वे CASCO मानकों का पालन कर रहे हैं या नहीं।
3. Submit Application
सर्टिफिकेशन बॉडी को आवेदन जमा करने के लिए, आईएसओ सर्टिफिकेशन के लिए आईएसओ रजिस्ट्रार या प्रमाणन निकाय के साथ अनुबंध करना होंगा और फिर अपने दस्तावेज़ को certification body को सबमिट करें।
4. Document checking
दस्तावेज़ जाँच प्रक्रिया यह एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है। जिसमे ऑडिटर आपके गुणवत्ता दस्तावेज जैसे, नियमावली, कार्यविधि, फॉर्मेट, पॉलिसी इत्यादि को देखता है, इन दस्तावेज़ों की समीक्षा का पालन इस संगठन में किया जाता है।
5. Action Plan
दस्तावेज़ जाँच प्रक्रिया के बाद auditor आपके संगठन में संभावित गैर अनुरूपता और कुछ त्रुटिया की लिस्ट याने एक NC प्रदान करेगा, फिर आपको इस अंतराल को हल करने के लिए एक योजना बनानी होती हैं। इस एन.सी. के समाधान के लिए आपको योजनाओं की एक सूची तैयार करनी पड़ेंगी और उस पर काम करना पड़ेंगा। और आपके संगठन की नई प्रक्रिया अपनाते हुए आप अपने कर्मचारियों को कुशलता से काम करने का प्रशिक्षण भी दे सकते हैं।
6. Preliminary certification audit
यहाँ ऑडिटर आपके संघटन का दो चरणों में परिक्षण करता है। और जब सभी बाते सही हो तब ऑडिटर अंतिम रिपोर्ट बनाएगा और सर्टिफिकेशन बॉडी को प्रस्तुत करेगा।
First audit: यहाँ आईएसओ ऑडिटर आपके द्वारा संगठन में किए गए बदलाव को जाँच करेंगे और आपको नई रिपोर्ट प्रदान करेंगे। तब संगठन को एनसी की रिपोर्ट का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करना चाहिए और संगठन द्वारा उपयोग की जाने वाली प्रक्रिया और तकनीक में संशोधन के माध्यम से गुणवत्ता प्रबंधन मानक के अनुसार इसे संरेखित करना चाहिए।
Second audit: संगठन द्वारा किए गए सभी बदलाव के बाद ऑडिटर अंतिम ऑडिट फिर से करता है। इस बार ऑडिटर यह जांच करेगा कि सभी एनसी को आवश्यक मानक के अनुसार मंजूरी दी गई है या नहीं। यदि सभी NC का सही से पालन होता है तो ऑडिटर अंतिम रिपोर्ट बनाएगा और सर्टिफिकेशन बॉडी को प्रस्तुत करेगा।
7. Get ISO Certification
आखिर में यहाँ आपको धैर्य रखना पड़ता है। यदि सभी एन.सी. को मंजूरी दी जाती है और प्रमाणन बॉडी और iso ऑडिटर रिपोर्ट से संतुष्ट होते हैं, तब आपके संगठन के लिए प्रमाणन जारी किया जाता है।
यह भी पढ़े:
1. ISO क्या है पूरी जानकारी और फायदे, उपयोग
2. SWOT Analysis - स्वॉट विश्लेषण क्या है?
3. Lean Manufacturing - लीन मैन्युफैक्चरिंग क्या है?
ISO प्रमाणन प्रक्रिया की समय अवधि - ISO certification Process time period
ISO certification प्रक्रिया की समय अवधि हर संगठन के लिए भिन्न होता है। ISO certification body संगठन के आकार का आकलन करने के बाद आईएसओ प्रमाणन प्रॉसेस पूरा होने के लिए कितना समय लग सकता है यह सूचित करते है।
वैसे देखा जाये तो आय.एस.ओ सर्टिफिकेशन की प्रक्रिया में नीचे दिए सूचि अनुसार समय लग सकता है। इस सूचि का समय कम ज्यादा हो सकता है कृपया इसे अन्य जानकारी के साथ मिला कर देखे।
- छोटे संगठन:- 6-8 महीने
- मध्यम संगठन:- 8 -12 महीने
- बड़े संगठन:- 12 -15 महीने
Fees for ISO certification - आईएसओ प्रमाणन के लिए शुल्क
भारत में ISO certification शुल्क हर संगठन के अलग अलग होता है। यह iso certification fees विभिन्न मापदंडों पर विचार करके तय किया जाता है जो हमने नीचे सूचीबद्ध किया है।
- संगठन का आकार
- संगठन की प्रक्रियाएँ
- कर्मचारियों की संख्या
- उत्पादकता का भार
- Management System
- Working shifts की संख्या, इत्यादी.
ISO Certification Process steps in India: तो दोस्तों ये थी ISO Certification Process in Hindi/आईएसओ प्रमाणन प्रक्रिया की जानकारी। दोस्तों आप को इस पोस्ट में कुछ भी त्रुटिया नजर आती है तो हमें Comments द्वारे सुचित कर सकते है। और आपको यह पोस्ट अच्छी लगी तो अपने दोस्तों में जरुर शेअर करे।
मुझे यह कहते हुए बहुत खुशी हो रही है कि यह एक दिलचस्प लेख है
जवाब देंहटाएंकोई आइडिया तो होगा कि सर्टिफ़िकेट के लिये कम से कम ओर ज्यादा से ज्यादा फीस क्या होती है।
जवाब देंहटाएंकोई मोटा मोटा आइडिया बता दो